भारत का इतिहास

बुधवार, नवंबर 04, 2015

हवा महल जयपुर

हवा महल जयपुर  

हवा महल जयपुर
हवा महल, जयपुर
विवरणराजस्थान राज्य की राजधानीजयपुर की पहचान माना जाने वाला हवा महल पाँच मंजिला भवन है।
राज्यराजस्थान
ज़िलाजयपुर
निर्मातामहाराजा सवाई प्रताप सिंह
स्थापना1799
भौगोलिक स्थितिउत्तर- 26° 55' 25.00", पूर्व- 75° 49' 36.00"
मार्ग स्थितिजयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 से 1.8 किमी की दूरी पर हवा महल स्थित है।
प्रसिद्धिभवन में 152 खिड़कियाँ व जालीदार छज्जे हैं यह भवन राजपूत व मुग़लकला का शानदार नमूना है इसमें बनाए गए अनगिनत हवादार झरोखों के कारण इसका नाम हवा महल पड़ा।
कब जाएँअक्टूबर से मार्च
कैसे पहुँचेंहवाई जहाज़, रेल, बस आदि
हवाई अड्डासंगनेर हवाई अड्डा
रेलवे स्टेशनजयपुर जक्शन
बस अड्डासिन्धी कैम्प, घाट गेट
यातायातसाइकिल-रिक्शा, ऑटो-रिक्शा, मीटर-टैक्सी, सिटी बस
कहाँ ठहरेंहोटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह
एस.टी.डी. कोड0141
ए.टी.एमलगभग सभी
Map-icon.gifगूगल मानचित्र
संबंधित लेखजन्‍तर मन्‍तरअल्‍बर्ट हॉल संग्रहालयजल महलजयगढ़ क़िला
वास्तुकारलाल चंद उस्ताद
स्थापत्य शैलीराजपूत वास्तुकला और मुग़ल वास्तुकला
अन्य जानकारीयह मूल रूप से शाही परिवार की महिलाओं को शहर के दैनिक जीवन और जलसों को देखने के लिए बनवाया गया था।
अद्यतन‎
  • राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर की पहचान माना जाने वाला हवा महल कई स्‍तरों पर बना हुआ महल है।
  • इसका निर्माण सवाई प्रताप सिंह (सवाई जयसिंह के पौत्र और सवाई माधोसिंह के पुत्र) ने 1799 ए. डी. में कराया था और श्री लाल चंद उस्‍ता इसके वास्‍तुकार थे।
  • महल का निर्माण महाराज सवाई प्रताप सिहं ने सिर्फ़ इसलिये करवाया था ताकि रानियाँ व राजकुमारियाँ विशेष मोकों पर निकलने वाले जुलूस व शहर आदि को देख सकें।
  • शहर की चारदीवारी के बीच स्थित इस ख़ूबसूरत भवन में 152 खिड़कियाँ व जालीदार छज्जे हैं यह भवन राजपूत व मुग़ल कला का शानदार नमूना है इसमें बनाए गए अनगिनत हवादार झरोखों के कारण इसका नाम हवा महल पड़ा।
  • मधुमक्‍खी के छत्ते जैसी संरचना के लिए प्रसिद्ध, हवा महल लाल और गुलाबी सेंड स्‍टोन से मिल जुल कर बनाया गया है, जिसमें सफ़ेद किनारी और मोटिफ के साथ बारीकी से पच्‍चीकारी की गई है।
  • यह भवन पाँच मंजिला है, जो पुराने शहर की मुख्‍य सड़क पर दिखाई देता है और यह राजपूत कलाकारी का एक चौंका देने वाला नमूना है।
  • जिसमें गुलाबी रंग के अष्‍ट भुजाकार और बारीकी से मधुमक्‍खी के छत्ते के समान बनाई गई सेंड स्‍टोन की खिड़कियाँ हैं।
  • यह मूल रूप से शाही परिवार की महिलाओं को शहर के दैनिक जीवन और जलसों को देखने के लिए बनवाया गया था।
हवा महल, जयपुर

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