(महारानी एलिजाबेथ प्रथम से पुनर्निर्देशित)
महारानी एलिज़ाबेथ प्रथम
| |
पूरा नाम | महारानी एलिजाबेथ प्रथम |
जन्म | 7 सितम्बर, 1533 |
जन्म भूमि | ग्रीनविच, इंग्लैंड |
मृत्यु | 24 मार्च 1603 (आयु- 69) |
मृत्यु स्थान | सरे, इंग्लैंड |
अभिभावक | हेनरी अष्टम और ऐनी बोलिन |
पुरस्कार-उपाधि | महारानी |
नागरिकता | इंग्लैंड |
अन्य जानकारी | एलिजाबेथ प्रथम के कुशल शासन के दौरान इंग्लैण्ड ने कई अहम उपलब्धियों को हासिल किया था और यह एक वैश्विक सामाजिक शक्ति के रूप में उभरा। |
ईस्ट इण्डिया की स्थापना


ईस्ट इण्डिया कम्पनी मुहर
कोहिनूर हीरे की भेंट
यह भी उल्लेखनीय है कि 1850 में तत्कालीन गवर्नर-जनरल ने भारत का विश्व प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा महारानी विक्टोरिया के सामने तोहफे के तौर पर पेश किया था। बाद में इसे महारानी एलिजाबेथ प्रथम के ताज में सजा दिया गया। कोहिनूर हीरे को अंतिम बार महारानी एलिजबेथ की माँ क्वीन मदर ने पहना था। वर्ष 2002 में क्वीन मदर का निधन होने के बाद कोहिनूर को उनके ताज के साथ उनके ताबूत पर रखा गया था।लेखिका
एलिजाबेथ प्रथम के कुशल शासन के दौरान इंग्लैण्ड ने कई अहम उपलब्धियों को हासिल किया था और यह एक वैश्विक सामाजिक शक्ति के रूप में उभरा। गौरतलब है कि एलिजाबेथ प्रथम एक अच्छी लेखिका भी थीं। उन्होंने ओजपूर्ण भाषण भी लिखे थे। उन्होंने 1558 में स्पेनी अभियान के समय अपने सैनिकों को तैयार करने के लिए भाषण भी दिया था।[1]- सर फ्राँसिस ड्रेक, वाइस एडमिरल (1540-27 जनवरी, 1596) महारानी एलिजाबेथ के समय का एक जहाज कप्तान, समुद्री लुटेरा, खोजी और राजनीतिज्ञ था। महारानी एलिजाबेथ प्रथम ने 1581 में उसे 'नाइटहुड' प्रदान किया था।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें