भारत का इतिहास

शनिवार, अक्तूबर 31, 2015

बुलंद दरवाज़ा

बुलन्द दरवाज़ा, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में आगरा से 43 किमी दूर फ़तेहपुर सीकरी नामक स्थान पर स्थित एक दर्शनीय स्मारक है। इसका निर्माण अकबर ने 1602 में करवाया था। बुलन्द शब्द का अर्थ महान या ऊँचा है। अपने नाम को सार्थक करने वाला यह स्मारक विश्व का सबसे बडा़ प्रवेशद्वार है। फ़तेहपुर सीकरी में अकबर के समय के अनेक भवनों, प्रासादों तथा राजसभा के भव्य अवशेष आज भी वर्तमान हैं।
  • यहाँ की सर्वोच्च इमारत बुलंद दरवाज़ा है, जिसकी ऊंचाई भूमि से 280 फुट है।
  • 52 सीढ़ियों के पश्चात दर्शक दरवाज़े के अंदर पहुंचता है।
  • दरवाज़े में पुराने जमाने के विशाल किवाड़ ज्यों के त्यों लगे हुए हैं।
  • शेख सलीम की मान्यता के लिए अनेक यात्रियों द्वारा किवाड़ों पर लगवाई हुई घोड़े की नालें दिखाई देती हैं।
  • बुलंद दरवाज़े को, 1602 ई. में अकबर ने अपनी गुजरात-विजय के स्मारक के रूप में बनवाया था।
  • इसी दरवाज़े से होकर शेख की दरगाह में प्रवेश करना होता है।
  • बाईं ओर जामा मस्जिद है और सामने शेख का मज़ार। मज़ार या समाधि के पास उनके संबंधियों की क़ब्रें हैं।
  • बुलंद दरवाज़ा
    बुलंद दरवाज़ा, फ़तेहपुर सीकरी, आगरा
    विवरणबुलंद दरवाज़े को, 1602 ई. मेंअकबर ने अपनी गुजरात-विजय के स्मारक के रूप में बनवाया था।
    राज्यउत्तर प्रदेश
    ज़िलाआगरा
    निर्माताअकबर
    निर्माण कालमुग़ल काल
    स्थापना1602 ई.
    मार्ग स्थितिआगरा से 43 किमी की दूरी पर स्थित है।
    कैसे पहुँचेंहवाई जहाज, रेल, बस, टैक्सी
    हवाई अड्डाआगरा हवाई अड्डा
    रेलवे स्टेशनआगरा कैंट रेलवे स्टेशन, आगरा फ़ोर्ट रेलवे स्टेशन
    बस अड्डाईदगाह बस स्टैंड
    यातायातटैक्सी, ऑटो-रिक्शा, साइकिल रिक्शा, बस आदि।
    कहाँ ठहरेंहोटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह
    एस.टी.डी. कोड0562
    ए.टी.एमलगभग सभी
    संबंधित लेखताजमहलफ़तेहपुर सीकरी,सिकंदराजामा मस्जिद
    अन्य जानकारीदरवाज़े में पुराने जमाने के विशाल किवाड़ ज्यों के त्यों लगे हुए हैं।
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